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अगर अमेरिका ने हमला किया तो पछतायेगा,आयतुल्लाह की Trump को खुली चेतावनी जानिए क्या कहा

Trump Warning To Iran: जैसा कि आप सभी को मालूम है। कि कल ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया के जरिए ईरान को चेतावनी दी थी। की ईरान सरेंडर कर दे नहीं तो अंजाम बहुत बुरा होगा अब इसी बात को लेकर ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खोमेनेई  को मैंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सारे भरे बयान का तीखा जवाब देते हुए चेतावनी दी है। कि अगर अमेरिका का कोई भी सैन्य हस्तक्षेप बड़ी क्षति को आमंत्रित करेगा।  अयातुल्लाह अली खोमेनेई ने कहा जो लोग ईरान और इसके इतिहास को समझते हैं वह कभी धमकी की भाषा नहीं बोलते।

ईरानी सरेंडर करने वाले नहीं है। यह बयान ट्रंप के ट्रुथ सोशल पोस्ट के जवाब में आया ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खोमेनेई के द्वारा जिसमें उन्होंने अयातुल्लाह अली खोमेनेई को आसान निशाना बताते हुए कहा था कि वह फिलहाल सुरक्षित है लेकिन अमेरिका का सब्र खत्म हो रहा है।

इजराइल का ईरान पर हमला:

13 जून 2025 को इजरायल द्वारा ईरान के कथित प्रमाणु ठिकानों पर हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। ट्रंप का बयान और अयातुल्लाह अली खोमेनेई की प्रतिक्रिया क्षेत्रीय युद्ध की आशंकाओं को हवा दे रही है। क्या यह महज शब्दों का खेल है। या वास्तव में मध्य पूर्व में एक बड़े संघर्ष की भूमिका तैयार हो रही है। दोनों पक्षों की बयानबाजी से संकेत मिलते हैं कि वैश्विक शांति के लिए खतरा मर्डरा रहा है।

इजराइल का दवा ईरान के सभी हमले प्रभावहीन:

इस लड़ाई के बीच इजराइल का दावा है कि ईरान के 400 मिसाइल और सैकड़ो ड्रोन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ।

यह आयरन डोम की क्षमता को उजागर करता है या फिर ईराने जानबूझकर नुकसान कम करने वाले हमले कर रहा है।
केवल प्रतीकात्मक थे सवाल यह भी उठना है कि क्या ईरान सीधे युद्ध से बचते हुए केवल अपनी ताकत दिखाना चाहता है। सभी को पता है कि आयरन डोम प्रभावी है। लेकिन इसकी लागत 25 करोड डॉलर पर डे है। क्या इसराइल लंबे समय तक इस खर्च को वहन कर सकता है। 

इसराइल ने ईरान के हमले का जवाब देने में देरी नहीं की संघर्ष के छठवें दिन इसराइल वायु सेवा ने ईरान की यूरेनियम सेंट्रफ्यूज उत्पादक स्थल और हथियार निर्माण इकाइयों पर बड़े पैमाने पर हमले किए।

सेंट्रफ्यूज ऐसी मशीन हैं जिसका उपयोग यूरेनियम संवर्धन के लिए किया जाता है। जो परमाणु हथियार या शांतिपुर ऊर्जा उत्पादन के लिए जरूरी है। इजरायल ने दावा किया कि उसने भी तेहरान के पास टी ए एस ए करज वर्कशॉप और नतांज संवर्धन संयंत्र को निशाना बनाया, इससे ईरान के परमाणु कार्यक्रम को गंभीर झटका लगा है।

आयरन डोम की कीमत:

जैसा कि सभी को पता है। इजराइल की आयरन डोम वायु रक्षा प्रणाली इस संघर्ष में उसकी रिढ रही है। इस प्रणाली ने सैकड़ो मिसाइल और dron को हवा में ही नष्ट कर बड़े पैमाने पर तबाही को रोका है।

इजरायल की media के अनुसार आयरन दो डेविड स्लिंग और बाण जैसी प्रणालियों ने 90% से अधिक प्रोजेक्टाइल को रोकने में सफलता हासिल की। फिर भी कुछ मिसाइल और द्रोण रक्षा तंत्र को भेदने में कामयाब रहे जिसने इस प्रणाली की सीमाओं को उजागर किया।

आयरन डोम की प्रभावशीलता के बावजूद इसे चलाने की लागत चिंता का विषय है। अनुमान के मुताबिक एक रात इसे चलाने की कीमत लगभग 25 करोड डॉलर का खर्च आता है।

इस एक इंटरसेप्टर मिसाइल की कीमत 50000 डॉलर से लेकर 20 लाख डॉलर तक हो सकती है। ईरान के लगातार हमले ने इजरायल के मिसाइल भंडार पर दबाव बढ़ाया है। और विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक इस स्तर का संघर्ष आर्थिक रूप से टिकाऊ नहीं हो सकता।

ईरान की रणनीति मिसाइल को मिसाइल बमबारी से पकाने की प्रतीक होती है। जिसमें कम लागत वाले ड्रोन और मिसाइल का उपयोग कर आयरन डोम को ओवरलोड किया जा रहा है

अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने क्या कहा:

अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इन हमलों ने ईरान के सेंटर फ्यूज उत्पादन को भारी नुकसान पहुंचा। और नतांज में बिजली आपूर्ति ठप होने से हजारों सेंट्रफ्यूज नष्ट हो गए।

इजराइल का कहना है कि यह हमले ईरान की परमाणु हथियार बनाने की क्षमता को रोकने के लिए जरूरी थे। हालांकि ईरान ने इन हमलों को आतंकवादी कृत्य करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। इस तनाव ने वैश्विक समुदाय को चिंता में डाल दिया है।संयुक्त राष्ट्र और अन्य शक्तियां दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रही हैं। लेकिन बयान बाजी और हमलो की तीव्रता कम होने का नाम नहीं ले रही है। क्या यह संघर्ष मध्य पूर्व में एक बड़े युद्ध का रूप लेगा। यह सवाल पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।

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